मुझे आज लाडो बड़ी याद आये
वो गोदी में खेली परी याद आये
बड़े प्यार से अपनी मीठी जुबां से
मेरी मां, मेरी मां जो कहके बुलाये
लगा के उसे अपने सीने से मैंने
बाहों में अपनी हैं झूले झुलाए
माथे पे टीका भी काला लगाया
परी को किसी की नज़र लग न जाए
हसीन एक सौगात जीवन की तू है
साया दुखों का न तुझको सताए
तेरा अक्स मेरी निगाहों में हरदम
मेरा रब तुझी में नज़र मुझको आये
"सिया" हूँ , मेरी जान मां हूँ मैं तेरी
बैठी हूँ आ जा मैं पलकें बिछाए
सिया
very touchy,,,,,good siya ji keepit up.
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