सारी रात खडी मैं ता तारया नू वेखी जावां
ताने मारे मेनू मेरी सखियाँ सहेलियां
तेरे नाल मेरी सारी रौनका ते खुशियाँ
आज पेइयाँ सूनियाँ ने मेरियां हवेलियाँ
टूर गया सावन मुक्के बागान विच फूल वे
कल्ले रुल गयी सई जान ना वे दूरियां
बिन तेरे चन्ना मेरी रातां अन्धेरियाँ
मैंनू कल्या ना रैन देण यादा तेरियां
सिया
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