तू बनकर रहनुमा ज़रा जलवा दिखा दे
जो भटके हैं जहां में उन्हें राहों पे ला दे
कोई ताक़त के दम से डराए ना किसी को
ज़रा धनवान के दिल में भी रहम बसा दे
धरम ईमान कायम दिलों में हो सभी के
तेरे मेरे का भेद हर दिल से मिटा दे
यहां इंसान हरपल फ़क़त घुटता ही देखा
उसे तू दे सहारा ख़ुशी उसको दिला दे
"सिया" हालात अब तो बुरे कितने हुए
मिटा नफरत दिलों से मोहब्बत बसा दे
सिया
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