आप रंगों के साथ रहते हो
फिर भी सादा सी बात कहते हो
या ख़ुशी या कि ग़म के अफ़साने
आप किसको हयात कहते हो
कैसे आशिक़ हो क्या कहूँ तुमको
जीत को अपनी मात कहते हो
ज़िन्दगी में बड़ी ज़रूरी है
आप जिस पल को रात कहते हो
आपकी ज़िन्दगी नहीं अच्छी
इसमें क्यूं मेरा हाथ कहते हो
सिया
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