मन में आया की कह सच मगर सच कहना बड़ा मुश्किल हैं
बुरी लगेगी सच्ची बात मगर उसे सहना बड़ा मुश्किल हैं
बहुत भरते हैं दम सच का अमल करता हैं नहीं कोई
कठिन हैं राह सच्चाई की चलना हैं बड़ा मुश्किल हैं
झूठे चेहरे हैं यहाँ सब मुखौटा लगाये फिरते हैं
वो नक़ाबो से ढके चेहरे का खुलना बड़ा मुश्किल हैं
जिंदगी की तमाम शर्तो को जो मंज़ूर किया करते हैं
बुलंदियों पे हो लालच वो निकलना बड़ा मुश्किल हैं
जरा सा दिन जो फिरे खुद को समझ बैठे खुदा हैं
गुमान जो सर पे चढ़ा वो उतरना मुश्किल हैं
बुरी लगेगी सच्ची बात मगर उसे सहना बड़ा मुश्किल हैं
बहुत भरते हैं दम सच का अमल करता हैं नहीं कोई
कठिन हैं राह सच्चाई की चलना हैं बड़ा मुश्किल हैं
झूठे चेहरे हैं यहाँ सब मुखौटा लगाये फिरते हैं
वो नक़ाबो से ढके चेहरे का खुलना बड़ा मुश्किल हैं
जिंदगी की तमाम शर्तो को जो मंज़ूर किया करते हैं
बुलंदियों पे हो लालच वो निकलना बड़ा मुश्किल हैं
जरा सा दिन जो फिरे खुद को समझ बैठे खुदा हैं
गुमान जो सर पे चढ़ा वो उतरना मुश्किल हैं
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