ज़िन्दगी नेक राह हो जाये
माफ़ मेरा गुनाह हो जाये
हौसले अपने साथ रख लेना
रात जब भी स्याह हो जाये
किसी मजलूम को सताना न
दिल से निकले तो आह हो जाये |
दर्दमन्दो के दर्द बांटे जो
तो खुदा की निगाह हो जाये
प्यार से जिंदगी बिताये 'सिया'
सबको जीने की चाह हो जाये
माफ़ मेरा गुनाह हो जाये
हौसले अपने साथ रख लेना
रात जब भी स्याह हो जाये
किसी मजलूम को सताना न
दिल से निकले तो आह हो जाये |
दर्दमन्दो के दर्द बांटे जो
तो खुदा की निगाह हो जाये
प्यार से जिंदगी बिताये 'सिया'
सबको जीने की चाह हो जाये
No comments:
Post a Comment