ये जो दुनिया में मेरी शोहरत है
मुझपे रब की बड़ी इनायत है
आज बेचैन भी नहीं ये दिल
बाद मुद्दत के थोड़ी राहत है
मैं ये सुनती रहीं बुजुर्गों से
इश्क़ करना तो इक इबादत है
इश्क़ करना तो इक इबादत है
अपनी आँखों को खोल कर देखो
ज़िंदगी कितनी खूबसूरत है
पढ़ सको तो कभी पढ़ो इसको
मेरे चेहरे पे जो इबारत है
मेरे चेहरे पे जो इबारत है
ज़िंदगी के सफ़र में ए हमदम
हर क़दम पर तेरी ज़रूरत है
भूल जाओ कहा सुना मेरा
दिल में थोड़ी सी ग़र मुरव्वत है
दिल में थोड़ी सी ग़र मुरव्वत है
आप ने ज़ुल्म की हिमायत की
आपकी ज़ेहनियत पे हैरत है
आईना बनके ज़िंदगी करना
मेरे माँ बाप कि नसीहत है
मेरे माँ बाप कि नसीहत है
आपके इस निज़ाम ए हस्ती में
मौत सबसे बड़ी हकीक़त है
मौत सबसे बड़ी हकीक़त है
शेर गोई नहीं कोई आसाँ
इल्म की भी ज़रा ज़रूरत है
इल्म की भी ज़रा ज़रूरत है
अब मै इल्ज़ाम दूँ तो किसको दूँ
आज कल हर जगह सियासत है
आज कल हर जगह सियासत है
आईना बनके ज़िंदगी करना
मेरे माँ बाप कि नसीहत है
हौसला देख कर सिया मेरा
हर मुसीबत के दिल में हैरत है
हर मुसीबत के दिल में हैरत है
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