जैसे जीवन से साँसों का ये बंधन आवश्यक है,
वैसे इक दिन मौत से भी तो आलिंगन आवश्यक है,
वैसे इक दिन मौत से भी तो आलिंगन आवश्यक है,
धूल अगर जम जाये तो फिर खुद ही उसको साफ़ करो
जो असली तस्वीर दिखाये वो दर्पण आवश्यक है
जो असली तस्वीर दिखाये वो दर्पण आवश्यक है
दया, अहिंसा क्षमा, मैत्री का हो समावेश जिस में
उसी ह्रदय से करुणा का भी आलिंगन आवश्यक है
उसी ह्रदय से करुणा का भी आलिंगन आवश्यक है
दुर्भावों और दुर्विचार से मन को मलिन न करना तू
शब्द मुखर होने से पहले ही मंथन आवश्यक है ।
शब्द मुखर होने से पहले ही मंथन आवश्यक है ।
सुखद और उज्जवल भविष्य का मार्ग तुम्हें यदि पाना हो
कर्मभूमि चुनने से पहले भी चिंतन आवश्यक है
कर्मभूमि चुनने से पहले भी चिंतन आवश्यक है
जीवन सुखमय हो जाता है अनुशासन से प्राणी का
लेकिन इच्छा शक्ति में हर पल संवर्धन आवश्यक है ।
लेकिन इच्छा शक्ति में हर पल संवर्धन आवश्यक है ।
अभिनव ज्ञान ज्योति से अपने मन आँगन को चमकाओ
नयी चेतना लाना हो तो परिवर्तन आवश्यक ह
नयी चेतना लाना हो तो परिवर्तन आवश्यक ह
bahut bahut shukria bhai ,,,,khush rahiye'N
ReplyDeleteसुन्दर बेहतरीन
Deleteआपनी नज़रों में हमेशा रखिएगा दीदी
हालात-ए-बयाँ/Halat-E-Bayaan: विरह की आग ऐसी है
बढ़िया !
ReplyDeleteलेटेस्ट पोस्ट कुछ मुक्तक !
बहुत हि सुंदर रचना लिखी हैं आपने , आ० सिया जी धन्यवाद व स्वागत हैं मेरे लिंक पे -
ReplyDeleteनया प्रकाशन -: बुद्धिवर्धक कहानियाँ - ( ~ प्राणायाम ही कल्पवृक्ष ~ ) - { Inspiring stories part -3 }
सुन्दर भावपूर्ण रचना है ... हार्दिक बधाई ...
ReplyDeleteकृतज्ञभाव धन्यवाद देती हूँ आपका स्नेह भी मेरी सामर्थ्य है , अनवरतता बनाए रखें. यह भी शुभकामना देते रहें कि मैं आपके स्नेह को सार्थक सिद्ध कर सकूँ. सादर और ससम्मान
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