कोई मुझसे गुज़ारिश मत करो तुम
मुझे पाने की ख़्वाहिश मत करो तुम
तुम्हारे दिल में क्या है जानती हूँ
मोहब्बत की नुमाईश मत करो तुम
नतीजे पर बहुत अफ़सोस होगा
वफ़ा की आज़माइश़ मत करो तुम
वफ़ा की आज़माइश़ मत करो तुम
बिछड़ना ही जब अंजाम अपना
क़रीब आने की कोशिश मत करो तुम
मैं इक मुद्दत से भूली मुस्कुराना
नयी इक और साज़िश मत करो तुम
बढूँगी क़ाबलियत से ही अपनी
मेरी झूठी सिफ़ारिश मत करो तुम
मेरी खुद्दारियों पर आँच आये
कोई ऐसी नवाज़िश़ मत करो तुम
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